अमेरिका की सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) और दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो एक्सचेंज बिनांस के बीच चल रहा मुकदमा फिर से सुर्खियों में है। शुक्रवार को दोनों पक्षों के वकीलों ने एक फेडरल जज से इस केस को और दो महीने तक रोकने की गुजारिश की है। वजह है उनकी आपसी “सकारात्मक बातचीत”। आइए, इस खबर को आसान और आम Hindi शब्दों में समझते हैं।
मामला क्या है?
2023 में SEC ने बिनांस, उसकी अमेरिकी शाखा (Binance.US), और इसके पूर्व CEO चांगपेंग झाओ के खिलाफ मुकदमा ठोका था। SEC का कहना था कि बिनांस ने अमेरिका के सिक्योरिटीज कानून को तोड़ा है। आसान भाषा में कहें तो SEC का आरोप है कि बिनांस बिना इजाजत (लाइसेंस) के एक क्लियरिंग एजेंसी, ब्रोकर और एक्सचेंज की तरह काम कर रहा था। इसके अलावा, SEC ने कहा कि बिनांस ने अपने ग्राहकों के पैसों को गलत तरीके से मिलाया (commingling) और Binance.US के ट्रेडिंग वॉल्यूम में हेरफेर (manipulation) किया। ये सारे इल्जाम बिनांस के लिए मुसीबत बन गए, क्योंकि ये कंपनी क्रिप्टो की दुनिया में बहुत बड़ा नाम है।
केस में रुकावट क्यों आई?
इस साल फरवरी में, जब डोनाल्ड ट्रंप दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बने, तो उन्होंने SEC में कमिश्नर मार्क उयेडा को ऐक्टिंग चेयर बनाया। इसके बाद SEC ने इस केस को 60 दिन के लिए रोकने की मांग की थी, जो सोमवार को खत्म होने वाली थी। SEC ने बताया कि उन्होंने एक नया क्रिप्टो टास्क फोर्स बनाया है। ये टास्क फोर्स डिजिटल असेट्स (जैसे क्रिप्टोकरेंसी) पर सिक्योरिटीज कानून को साफ करने की कोशिश कर रहा है। इसीलिए SEC को लगा कि केस को अभी रोका जाए, ताकि नए नियम-कायदे बनाए जा सकें।
शुक्रवार को दाखिल किए गए कागजात में SEC और बिनांस के वकीलों ने बताया कि उनकी बातचीत “फायदेमंद” रही है। दोनों पक्ष इस पर चर्चा कर रहे हैं कि क्रिप्टो टास्क फोर्स का काम SEC के दावों को कैसे प्रभावित कर सकता है। इस वजह से, उन्होंने जज से कहा कि इस केस को और 60 दिन तक रोका जाए।
वकीलों ने लिखा, “इन चर्चाओं को देखते हुए और SEC को अपने कमीशन से किसी फैसले या मुकदमे में बदलाव की मंजूरी लेने में लगने वाले वक्त को ध्यान में रखते हुए, हम चाहते हैं कि मौजूदा रुकावट को और दो महीने बढ़ाया जाए। बिनांस ने भी माना कि ये ठीक है और इससे कोर्ट का समय बचेगा।”
अब आपके मन में सवाल होगा कि ये रुकावट इतनी बड़ी बात क्यों है? दरअसल, क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में अभी नियम-कानून साफ नहीं हैं। अमेरिका के सिक्योरिटीज कानून पुराने हैं और क्रिप्टो जैसी नई चीजों पर पूरी तरह फिट नहीं बैठते। SEC का नया टास्क फोर्स शायद ऐसे नियम बनाए जो क्रिप्टो एक्सचेंज और निवेशकों के लिए रास्ता आसान करें। अगर SEC और बिनांस के बीच कोई समझौता हो जाता है, तो ये क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ी खबर होगी।
बिनांस का क्या कहना है?
बिनांस हमेशा से कहता आया है कि वो नियमों का पालन करने की कोशिश करता है। लेकिन SEC के साथ उसकी ये लड़ाई ने कई सवाल खड़े किए हैं। चांगपेंग झाओ, जो बिनांस के बड़े चेहरे रहे हैं, पहले भी कह चुके हैं कि क्रिप्टो इंडस्ट्री को साफ-सुथरे नियम चाहिए। इस रुकावट से बिनांस को थोड़ा वक्त मिल सकता है अपनी तैयारी करने के लिए।
अगले दो महीने में क्या होगा, ये अभी कहना मुश्किल है। अगर SEC का टास्क फोर्स नई गाइडलाइंस लाता है, तो शायद ये मुकदमा खत्म भी हो सकता है। लेकिन अगर बातचीत बिगड़ती है, तो केस कोर्ट में और लंबा चल सकता है। क्रिप्टो में पैसा लगाने वाले और बिनांस यूजर्स के लिए ये खबर जरूरी है, क्योंकि इसका असर उनके पैसों और भरोसे पर पड़ सकता है।