बाजार की उठापटक के बावजूद रिलायंस पावर के शेयर में उछाल

बाजार की उठापटक के बावजूद रिलायंस पावर के शेयर में उछाल

शेयर बाजार में हाल के दिनों में बहुत उतार-चढ़ाव देखने को मिला है, खासकर डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ तनाव की वजह से। लेकिन इस सबके बीच अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर के शेयर ने कमाल कर दिखाया है। पिछले एक महीने में इसका शेयर प्राइस ₹34.65 से बढ़कर ₹40 तक पहुँच गया है। यानी करीब 20% का उछाल! बिहार के कटिहार से होने के नाते, मैं जानता हूँ कि हमारे यहाँ लोग मेहनत की कमाई को सही जगह लगाना चाहते हैं। तो चलिए, इस खबर को विस्तार से समझते हैं।

शेयर बाजार में रिलायंस पावर का शानदार प्रदर्शन

पिछले एक महीने में जब बाकी बड़े इंडेक्स जैसे निफ्टी 50 में 1.60%, सेंसेक्स में 1.52%, और बैंक निफ्टी में 6.13% की बढ़ोतरी हुई, तब रिलायंस पावर ने 20% का रिटर्न दिया। स्मॉल-कैप इंडेक्स ने 3.81% और मिड-कैप इंडेक्स ने 2.31% की बढ़ोतरी दिखाई, लेकिन रिलायंस पावर ने इन सबको पीछे छोड़ दिया। मार्च 2020 में यह शेयर अपने सबसे निचले स्तर ₹1 पर था, और अब यह ₹40 पर ट्रेड कर रहा है। लेकिन एक समय यह ₹375 पर भी था, तो अभी इसे बहुत आगे जाना है। जो लोग इसे पहले से होल्ड किए हुए हैं, वे सोच रहे होंगे कि इसे रखें या मुनाफा बुक करके बाद में सस्ते में फिर से खरीदें। आइए, इसके पीछे की वजह और एक्सपर्ट्स की राय जानते हैं।

कंपनी की वित्तीय हालत और कर्ज में सुधार

रिलायंस पावर को पहले बहुत मुश्किलें आई थीं। कंपनी ने पावर प्लांट बनाने के लिए ढेर सारा कर्ज लिया, लेकिन देरी, खराब मैनेजमेंट, नियमों की परेशानी और कोयले की कमी ने इसकी हालत खराब कर दी। लेकिन अब कंपनी ने कर्ज कम करने की राह पकड़ी है। रिलायंस कैपिटल को इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स (IIHL) को बेचने के बाद इसका डेट-इक्विटी रेशियो 1.61 से घटकर 0.86 हो गया है। सितंबर 2024 की तिमाही में कंपनी ने ₹2,878 करोड़ का नेट प्रॉफिट दिखाया, जो ज्यादातर उसकी सब्सिडियरी विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड (VIPL) के डिकंसॉलिडेशन से मिले ₹3,000 करोड़ की खास आय की वजह से था। लेकिन एक्सपर्ट्स कहते हैं कि कंपनी को अपने मुख्य बिजनेस से प्रॉफिट कमाना अभी बाकी है। दिसंबर तिमाही में ₹42 करोड़ का प्रॉफिट हुआ, जो बाकी आय (other income) की वजह से था। यानी कोर ऑपरेशंस से अभी कमाई नहीं हो रही।

हालांकि, कंपनी का बैंक कर्ज अब शून्य है, लेकिन ₹250 करोड़ के नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) अभी बाकी हैं। तो यह पूरी तरह डेट-फ्री नहीं है, जैसा कुछ लोग दावा करते हैं। फिर भी, कर्ज कम होना एक अच्छा संकेत है।

स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ते कदम

रिलायंस पावर के थर्मल पावर प्लांट अच्छा काम कर रहे हैं और भारत के टॉप थर्मल प्लांट्स में गिने जाते हैं। अब कंपनी स्वच्छ ऊर्जा (clean energy) पर फोकस कर रही है। इसकी एक सब्सिडियरी ने सोलर और बैटरी स्टोरेज का एक बड़ा प्रोजेक्ट जीता है, जो एशिया के सबसे बड़े प्रोजेक्ट्स में से एक होगा। साथ ही, आंध्र प्रदेश में ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स में पैसा लगाने की योजना है। इससे कंपनी का रिन्यूएबल एनर्जी में दबदबा बढ़ेगा, जो भविष्य के लिए अच्छी बात है।

शेयर का भविष्य और निवेशकों के लिए सलाह

एक्सपर्ट्स का कहना है कि रिलायंस पावर का शेयर ₹36 पर मजबूत बेस बना चुका है। अभी यह ₹44 पर रुकावट का सामना कर रहा है। अगर यह ₹44 को पार कर जाता है, तो जल्द ही ₹48 और ₹52 तक पहुँच सकता है। जिनके पास यह शेयर है, उन्हें इसे होल्ड करने की सलाह है, लेकिन ₹36 पर स्टॉप लॉस जरूर लगाएँ। नए निवेशक इसे खरीद सकते हैं, स्टॉप लॉस ₹36 रखें और ₹48-₹52 का टारगेट देखें।

एक्सपर्ट नितिन कोटियाल कहते हैं, “कंपनी ने कर्ज कम किया है और ग्रीन एनर्जी में कदम बढ़ा रही है, लेकिन कोर बिजनेस से प्रॉफिट अभी नहीं आया। निवेशकों को सावधान रहना चाहिए।” वहीं, महेश ओझा का मानना है कि शेयर में अभी और तेजी की गुंजाइश है।

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